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Story

Anubhav : Munshi Premchand

4:30:00 AM
अनुभव मुंशी प्रेम चंद 1 प्रियतम को एक वर्ष की सजा हो गयी। और अपराध केवल इतना था, कि तीन दिन पहले जेठ की तपती दोपहरी में उन्होंने राष...Read More

Anisht Shanka : Munshi Premchand

3:30:00 AM
अनिष्ट शंका मुंशी प्रेम चंद चाँदनी रात, समीर के सुखद झोंके, सुरम्य उद्यान। कुँवर अमरनाथ अपनी विस्तीर्ण छत पर लेटे हुए मनोरमा से कह ...Read More

Anath Larki : Munshi Premchand

5:00:00 AM
अनाथ लड़की मुंशी प्रेम चंद 1 सेठ पुरुषोत्तमदास पूना की सरस्वती पाठशाला का मुआयना करने के बाद बाहर निकले तो एक लड़की ने दौड़कर उनका द...Read More

Andher : Munshi Premchand

3:30:00 AM
अंधेर मुंशी प्रेम चंद 1 नागपंचमी आई। साठे के जिन्दादिल नौजवानों ने रंग-बिरंगे जांघिये बनवाये। अखाड़े में ढोल की मर्दाना सदायें गूँजने ल...Read More

Adhikar Chinta : Munshi Premchand

9:30:00 PM
अधिकार-चिन्ता मुंशी प्रेम चंद 1 टामी यों देखने में तो बहुत तगड़ा था। भूँकता तो सुननेवाले के कानों के परदे फट जाते। डील-डौल भी ऐसा कि अ...Read More

Agni Samadhi : Munshi Premchand

8:00:00 AM
अग्नि-समाधि मुंशी प्रेम चंद साधु-संतों के सत्संग से बुरे भी अच्छे हो जाते हैं, किन्तु पयाग का दुर्भाग्य था, कि उस पर सत्संग का उल...Read More
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